ऐ खुदावन्द बता
ऐ खुदावन्द बता खुदावन्द बता
तेरे खेमे में कोन रहेगा, कोन रहेगा
तेरे पवित्र पर्वत पर जाके कौन बसेगा। ऐ.
वो जो सही रास्ते पे है चलता
सदा धर्म करता और सच हे कहता
जुबाँ से किसी की जो बुराई ना करता
वो धन्य है वो धन्य है वो
तेरे पवित्र पर्वत पे जाके वो ही बसेगा
ऐ खुदावन्द बता…..
जो दुर्जन से हरदम निगाहें फिराता
‘फुकत नेक बन्दों की इज्जत वो करता
वो जो कसम खाके टलता नहीं है
जो हानी सहे पर बदलता नहीं हे
वो धन्य है वो धन्य है वो
तेरे पवित्र पर्वत पे जाके वो ही बसेगा
ऐ खुदावन्द बता…..
वो जो रकम सूद पर नहीं लेता
झूठी गवाही की रिश्वत न लेता
ऐसा काम जो भी हे करता
सही रास्ते से कभी न भटकता
वो धन्य है वो धन्य है वो
तेरे पवित्र पर्वत पे जाके वो ही बसेगा
ऐ खुदावन्द बता…..