कितने करीब हो तुम मेरे – Lyrics Song

कितने करीब हो तुम मेरे
इतने घुल मिल गए हो मुझ में
फिर भी नहीं जान पाता हूँ
पहचान नहीं पाता हूँ तुमको

छाया रहता है प्यार तुम्हारा
मिलता रहता दुलार तुम्हारा
छाया रहता है प्यार तुम्हारा
मिलता रहता दुलार तुम्हारा
फिर भी न जाने मैं क्या माँगता
आकाश आँगन में क्या ढुँढ़ता
यह भी रहस्य मैं बूझ नहीं पाता
कितने करीब हो तुम मेरे
इतने घुल मिल गए हो मुझ में
फिर भी नहीं जान पता हूँ
पहचान नहीं पता हूँ तुमको

दुःख के सायो में खुशीयां हजार
अँधेरो में रहते उजाले अपार
दुःख के सायो में खुशीयां हजार
अँधेरो में रहते उजाले अपार
खुशियों के दाता उजालों के दाता
कण-कण तुम में तुम कण-कण में
यह भी रहस्य मैं बूझ नहीं पाता
कितने करीब हो तुम मेरे
इतने घुल मिल गए हो मुझ में
फिर भी नहीं जान पता हूँ
पहचान नहीं पता हूँ तुमको

Kitne Kareeb Ho Tum – Lyrics Song

https://youtu.be/E0n5XrKxlqQ